आज के वचन पर आत्मचिंतन...
क्या है जिससे आपकी रात गुजर गई और आप बने रहे? क्या है जिससे आपका आज गुजर जायेगा? क्या है जो आपको सक्षम करे की आप आज के बाकि बचे दिन से कुछ हासिल कर सकेंगे या बेहतर फल ला सकेंगे? प्रभु की दया। यह अद्धभुत संसाधन कभी ख़तम नहीं होते! हर नया दिन उनकी ताज़ी आपूर्ति करता है। परमेश्वर विश्वासयोग्य है और वह ये देखता है हमे ये रोज़ मिले। परमेश्वर की स्तुति हो की हर रोज़ वह हमारे संसार को नया और स्वछ बनाता है ।
Thoughts on Today's Verse...
What sustained you through the night? What will get you through today? What will enable you to achieve, even thrive, in the days that lie ahead? The Lord's mercies. These incredible resources never really run out! Each new day brings a fresh supply of them. God is faithful to make sure we have them each day. Praise be to God for making our world new and clean each new day.
मेरी प्रार्थना...
धन्यवाद् पवित्र परमेश्ववर और प्रेमी पिता, बीती रात बनाये रखने के लिए और जीवन यात्रा के अंत में अनंत दिनों का वादा करने के लिए । मेरे स्वर्गीय पिता होने दे की आप मेरे होंटो पर और दिल में हर समय आप ही के प्रेम और स्तुति को पाए। यीशु के नाम से। अमिन ।
My Prayer...
Thank you, holy God and loving Father, for sustaining me through the night and promising me endless day at the end of my life's journey. May you, my Father in heaven, find love and praise on my lips and in my heart at all times. In Jesus' name. Amen.