आज के वचन पर आत्मचिंतन...

हम ब्रम्हांड के सृष्टिकर्ता द्वारा प्रेम किये गए है। वह हमें व्यक्तिगत रूप से जानता है। हमारा स्वर्गीय पिता हमारे बारे में काफी परवाह करता है। हालांकि परमेश्वर हमारे पापों और कमजोरियों के बारे जानते हुए भी, हमे छुड़ाने के लिए वह भारी कीमत चूकाने के लीये इच्छुक था। हालांकि हम कभी कभी कमजोर या विद्रोही होने पर भी, वह हमसे प्यार करता है, और हमे क्षमा करता है, और जब हम अपने पापों को स्वीकार करते है और उनके पास आते है तो वह हमे फिरसे स्वागत करता है। अगर परमेश्वर ने लगातार, विश्वासयोग्य और करुणा से प्यार किया है, कैसे हम उस प्रेम को एक दुसरे से नहीं बाट सकते है?

Thoughts on Today's Verse...

We are loved by the Creator of the Universe. He knows us personally. Our Heavenly Father cares about us tremendously. Although God knew about our weaknesses and sinfulness, he was willing to pay a terrible price to redeem us. Even though we are sometimes weak or rebellious, he loves us, forgives us, and welcomes us back when we are willing to confess our sins and come home to him. So if God has consistently, faithfully, and graciously loved us, how can we not share that love with each other?

मेरी प्रार्थना...

अब्बा पिता ,धन्यवाद आपका बहोत महान और दयालु प्रेम के लिए। कृपया आपकी पवित्र आत्मा के द्वारा उस प्यार को मेरे ह्रदय में उंडेलते रहिये। कृपया मेरी मदद्त कीजिये की मैं आपके बच्चो के प्रति अधिक क्षमा करने वाला, धीरज और बलिदान वाला प्यार कर सकू। यीशु के नाम से मांगता हूँ।अमिन।

My Prayer...

Thank you, Abba Father, for your awesome and gracious love. Please continue to pour that love into my heart through your Holy Spirit. Please help me be more forgiving, patient, and sacrificial in my love to your children. In Jesus' name. Amen.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

Today's Verse Illustrated


Inspirational illustration of १ यूहन्ना ४:११

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