आज के वचन पर आत्मचिंतन...

येशु के अनुयायिओं को आप कैसे पहचानते हो? आप मसीहों को कैसे खोजते हो ? येशु ने कहा की वे आपस में प्रेम करे जैसे उसने अपने चेलों से प्रेम किया । तुरंत सन्दर्भ में इसके मायने यह है की वह त्यागपूर्ण और बहुत अधिकाई से देने के लिए तैयार हैं क्रूस पर उनके लिए मरने द्वारा और उन्हें प्रेम करने के लिए स्वार्थहीन और व्यहवारिक रूपसे उनके पैरों को धोने के द्वारा । उसकी सेवकाई प्रगट करती हैं की वह कुछ भी करने के लिए तैयार हैं बहुत अधिकाई से और व्यवहारिक्ता के बिच में । सोचिये अगर हम सब सुसमाचार को पढ़े और एक दूसरों को प्रेम करने के लिए समर्पित हो जाये उसी तरीके से जैसे येशु ने अपने चेलों के साथ प्रेम को दिखाया !

Thoughts on Today's Verse...

How do you recognize Jesus' followers? How do you find Christians? Jesus said they love each other just as he loved the disciples. In the immediate context this means he is willing to give sacrificially and extravagantly by dying for them at the cross, and he is also willing to love selflessly and practically by washing their feet. His ministry reveals he will do almost anything in between extravagant and practical. Imagine if we all read the Gospels and committed to love each other in the same way Jesus showed his love to his disciples!

मेरी प्रार्थना...

दया के पिता और सरे अनुग्रह के परमेश्वर, मुझे येशु के उदहारण के द्वारा प्रेम करना सीखने के लिए मैं आपका धन्यवाद् करता हूँ । होने दे की मेरे शब्द और कार्य लोगों के प्रति उसके प्रेम को दर्शा सकू आज, कल और जब तक आप हम सबको आपके पास घर नहीं बुलालेते हैं। मसीह के नाम से, मेरा महान उद्धरण, प्रार्थना करता हूँ । आमीन ।

My Prayer...

Father of Compassion and God of all grace, I thank you for teaching me to love through the example of Jesus. May my words and actions reflect his love toward your people today, tomorrow, and until you bring us all home to you. In the name of Christ, my Great Example, I pray. Amen.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

Today's Verse Illustrated


Inspirational illustration of योहन्ना १३:३४-३५

टिप्पणियाँ