आज के वचन पर आत्मचिंतन...

जयवंत! हम विजयी ! जब हम बाईबिल की आखरी पुस्तक खोलते हैं, प्रकाशितवाक्य यही सन्देश हैं —मसीही विजयी हैं क्योकि येशु ही एकमात्र असल में जयवंत हैं । यह मायने नहीं रखता की इस समय आपके लिए युद्ध कैसा चल रहा हो, याद रखे की अंत में, हम जीतते हैं।

Thoughts on Today's Verse...

Conquerors! We win!! When you open up the final book of the Bible, Revelation, that is the message — Christians win because Jesus is the one true conqueror. No matter how the battle is going for you right now, remember that in the end, we win!

मेरी प्रार्थना...

एल षददाई, सर्वसामर्थी परमेश्वर, धन्यवाद येशु को मृतकों में से जिलाने के द्वारा अंततः विजय सुरक्षित करने के लिए । मैं जनता हूँ की वह विजय के साथ आएगा जिस दिन अपने तय किया हैं, पर मैं प्रार्थना करता हूँ की उस दिन तक वियजयी तौर पर जी सकू । येशु के द्वारा जो मेरा विजयी राजा हैं के नाम से प्रार्थना करता हूँ । आमीन ।

My Prayer...

El Shaddai, God Almighty, thank you for securing the ultimate victory for me by raising Jesus from the dead. I know he is coming with victory on the day you have determined, but I pray that I may live victoriously for you until that day. Through Jesus my conquering King I pray. Amen.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

Today's Verse Illustrated


Inspirational illustration of रोमिओ  ८:३५-३७

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