आज के वचन पर आत्मचिंतन...
संसार कभी कभी विश्वासियों के लिए एक बैरी जगह हो सकती है। परमेश्वर चाहता है की उसके बच्चे यह जाने की वे अकेले नहीं है। वो हम मे अपनी आत्म द्वारा वास करता है। इस कारन हम इस बातसे निश्चिन्त की चाहे किसी के अंदर किसी प्रकार की आत्मा है, पर पवित्र आत्मा की आत्मा महान,सामर्थी , और अधिक महिमाय। विजय हमारी है क्योंकि परमेश्वर की उपस्तिथि जो हम मे है किसी भी ताकत से महान है जो हम कभी सामना करेंगे। हमारी जीत निश्चित है किसीभी ताकत, सामर्थ, आत्मा और विरोधी के खिलाफ।
Thoughts on Today's Verse...
The world can often be a hostile place for believers. God wants his spiritual children to know, however, that they are not alone. He lives in us through his Spirit. We can be assured, therefore, that no matter what spirit someone else may have, the Holy Spirit of God is greater, more powerful, and more glorious. The victory is ours because God's presence in us is greater than any force that we will ever face. We have our victory assured over all forces, powers, spirits, or opponents.
मेरी प्रार्थना...
प्रिय पिता मुझे आत्मविश्वास, हियाव और कायलता दे अपकी वाचाओं के प्रति। मैं आपके महिमा के लिए हियाव से और आपकी इच्छाओ के अनुरूप जीना चाहता हूँ। धन्यवाद् मुझे हिम्मत दे के लिए इस विजयी जीवन के प्रति उस आत्मा के द्वारा जो मुझमे है। आपही की महिमा, गौरव और स्तुति मिले। यीशु के नाम से। आमीन।
My Prayer...
Dear Father, please give me the confidence, boldness, and conviction of your promises. I want to live boldly for your glory and according to your will. Thank you for empowering me to this victorious living by your Spirit who lives within me. To you belong all glory, majesty, and praise. In Jesus' name. Amen.