आज के वचन पर आत्मचिंतन...
यह अध्याय में यीशु का वादा के साथ शुरू होता है की वह वापस स्वर्ग में हमारे लिए जगह तैयार करने जा रहा है।जैसे भी,अभी, वह चाहता है की हम जाने की हमे परमेश्वर की उपस्तिथि के लिए स्वर्ग थक हमे इन्तेजार करने का जरूरत नहीं है.जैसे हम परमेश्वर से प्यार करते है और उसके वचन का आज्ञाकारी नाते है, परमेश्वर आकार हमारे अन्दर बस्ता है.क्या ये एक अद्भुत और अनुग्रही सोच नहीं है.सरे सृष्टी का परमेश्वर, इजराइल का पवित्र प्रभु हमे जीता है!
Thoughts on Today's Verse...
This chapter begins with Jesus promising that he is going back to heaven to prepare a place for us. Now, however, he wants us to know that we don't have to wait until heaven to be in the presence of God. As we love God and obey his Word, God comes and makes his home with us. Isn't it an amazing and gracious thought: God, the Creator of the Universe, the Holy One of Israel, lives in me!
मेरी प्रार्थना...
मेरे अंदर आपकी मानने उपस्थिति के लिए, हे परमेश्वर,आपको धन्यवाद और स्तुती करता हूँ.मेरे जीवन आपकी पवित्रता और सभी में अपनी उपस्थिति की कृपा मेरे कार्य में, सोच में और कहेने में प्रतिबिंबित कर सके।यीशु के नाम से प्रार्थना मांगता हूँ. अमिन
My Prayer...
For your abiding presence within me, O God, I thank and praise you. May my life reflect the holiness and grace of your presence in all that I do, think, and say. In Jesus' name I pray. Amen.