आज के वचन पर आत्मचिंतन...

वह मेरे जी में जी ले आता हैं। वाह! यह सुनने कितना अच्छा लगता हैं। लेकिन यह बातों से बढ़कर हैं । जब हम उस मुकाम पर पहुंच जाते हैं की अब इससे आगे नहीं जा सकते हैं, परमेश्वर हमे सामर्थ से भरता हैं की हम चलते रहे। जब हम संघर्ष में होते हैं और चीजे कठिन होती हैं, उसका बल हमे उठाता हैं और हम विजय की और दौड़ते हैं। जब हम उसके नाम से विजयी हो रहे होते हैं, हम उकाब के पंखों की तरह उड़ सकते हैं। वह एक चरवाह हैं और उससे भी अधिक हैं । वह चट्टान हैं और हमारे जीवन का चलानेवाला हैं!

Thoughts on Today's Verse...

He restores my soul. My that sounds so good. But it is more than talk. When we've reached that point that we can't go on, God blesses us with strength to just keep on walking. When we're in a struggle and things are tough, his power upholds us and we run to victory. When we're winning victories in his name, we can soar on wings like eagles. He is a shepherd and more. He is the Rock and Sustainer of our lives!

मेरी प्रार्थना...

ओ भले चरवाह, आज रात आपके अनुग्रह में आराम पाने के लिए और यह भी की आप करीब हो इस बात में आत्मविश्वास रखूं मेरी सहायता कर। येशु के नाम से प्रार्थना करता हूँ। अमिन।

My Prayer...

O Gentle Shepherd, help me rest tonight in your grace and in the confidence that you are nearby. In Jesus' name I pray. Amen.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

Today's Verse Illustrated


Inspirational illustration of भजनसहिंता २३:१-३

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