आज के वचन पर आत्मचिंतन...

आप परमेश्वर पर कितना भरोसा करते हो?बेहतर अभी तक,अपने आप को कितना परमेश्वर पे सौंपा गये है?हम पिछले कई दिनों हमने परमेश्वर के द्वारा वादा किया गाय अशीशोन के उपर ध्यान केंद्रित किया है.फिर भी उसकी बुद्धि में, परमेश्वर इन आशीर्वाद उस में हमारे विश्वास को और उसके बारे में हमारे पूछ पर निर्भर के कई की रिहाई बनाने के लिए चुना गया है।जब तक हम हमारे पकड़ जीवन के स्टीयरिंग व्हील पर राखते हे, परमेश्वर उनके आशीर्वाद और उसकी इच्छा की दिशा में ले जाने के लिए कठिन होता है।मैं हाल ही में एक बम्पर स्टीकर देखा कि यह इस तरह से है : 'अगर परमेश्वर अपने सह पायलट है तो आप बेहतर आपकी स्थान बदले'परमेश्वर के लिए हमारे रास्ते को समर्पित करणा हमारे जीवन उनके काम के लिये पेशकश करना होता है,उनके आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए, और उनकी उपस्थिति को जानना है। तो आप किसका इंतज़ार कर रहे हैं?

मेरी प्रार्थना...

पवित्र , धर्मी और सर्वशाक्थिमान परमेश्वर, सब कुछ पुरुषों और महिलाओं के दिलों को छोड़कर आपका है।तुम्हें चुना है कि इन तुम्हारा ही होगा अगर हम स्वेच्छा से और प्यार से उन्हें आप के लिए प्रतिबद्ध चुनें। पिता, में अपना मार्ग , मेरा हृधय, मेरा जीवन, मेरा भविष्य, मेरा क्षमता , मेरा धन, मेरा परिवार को आपकी हाथो में सोफता हूँ.आपकी महिमा के लिए में इस्थामल होना चाहता हूँ.में भरोसा करता हूँ की आप मुझे प्यार करते हो, और आप की अनुग्रह और उधर के साथ आपकी आशीषों को भी देना चाहते हो.में आपसे प्यार करता हूँ और यीशु के नाम से धन्यवाद करता हूँ. अमिन.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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