आज के वचन पर आत्मचिंतन...
केवल मसीही,जीवन में विजयी होते हैं । यह इसलिए क्योकि हम जो इंसान हैं हम में से किसी के भी पास वह ताकत नहीं की हम उस शत्रु, मृत्यु को हरा सके ।लेकिन यदि हम डटे रहे, हमे परम विजय दी जायगी: जीवन, यह ख़त्म नहीं होगा वह इसलिए की हमारे जीवन उसके हांथों में हैं जिसने मृत्यु को हराया हैं !
मेरी प्रार्थना...
धन्यवाद पिता, मुझे यह निश्चय देने के लिए की जब सब कुछ कहा और किया जाएगा तब मैं आपके साथ आपके जीवन में से और जीत में अनंतकाल तक भाग लूंगा । आज का दिन आत्मविश्वास से बिताने के लिए मेरी सहायता कर, यह जानते हुए की मेरे पास आपका जीवन हैं। येशु के नाम से जो मेरे विजयी राजा हैं प्रार्थना करता हूँ। अमिन।