आज के वचन पर आत्मचिंतन...
आपका सबसे बड़ा सपना क्या है? परमेश्वर आप के माध्यम से अधिक से अधिक कार्य करना चाहता है! असली सवाल यह है कि क्या आप विश्वास करेंगे, इसे प्राप्त ,साझा करेंगे और तब इसके लिए महिमा दीजिये!
Thoughts on Today's Verse...
What is your biggest dream? God longs to do more than that through you! The real question is whether or not you will believe it, receive it, share it and then give him the glory for it!
मेरी प्रार्थना...
परमेश्वर, आप तेजस्वी, दयालु और अनुग्रही हो।आप अनुग्रह के इतने अद्भुत स्पर्श के साथ आपने मुझे शारीरिक और आध्यात्मिक आशीशों दिया है।मैं आपके विश्वशियोग्यता के लिए प्रसंसा करता हूँ। मैं आपके अनुग्रह के लिए धन्यवाद करता हूँ।मैं हर दूसरे नाम के ऊपर अपना नाम ऊंचा करता हूँ और एक निजी खजाने के रूप में इसे पकडे रहूँगा।कृपया मुझ में — मेरे भाषण में, मेरे कार्रवाई में, मेरे प्रभाव में और , मेरे जीवन में महिया पहिये।यीशु के नाम से प्रार्थना मांगता हूँ. अमिन
My Prayer...
God, you are glorious, generous, and gracious. You have blessed me physically and spiritually with so many wonderful touches of your grace. I praise you for your faithfulness. I thank you for your grace. I exalt your name above every other name and hold it as a personal treasure. Please be glorified in me — my speech, may actions, my influence, my life. In Jesus' name I pray. Amen.