आज के वचन पर आत्मचिंतन...
जीवन उतर और चढ़ाव से भरा हुआ है। जो बहुत कुछ हम प्रिय जानकर थामे रहते है वह मृत्यु, आपदा, या सड़ने के द्वारा प्रभावित हो सकता है । क्या है हमारे पास जो निश्चिंत है? कौन है जिसके पास हम आश्वासन के लिए जा सकते है? अच्छे और बुरे समायो में विजयी जीवन जेने के हम कहाँ से समर्थ पाएंगे? प्रभु में जो हमे बल देता है!
Thoughts on Today's Verse...
Life is full of ups and downs. So much of what we hold dear can be touched by death, disaster, and decay. What do we have that is certain? To whom can we turn for assurance? Where do we find the power to live victoriously in good times and bad? In the Lord who gives us strength!
मेरी प्रार्थना...
ओ प्रभु परमेश्वर, सब कुछ के रचने वाले पिता, मैं इस बात को मानता हूँ की मेरा जीवन और जिन परिस्तिथियों में जीवन जीने की कोशिश करता हूँ मेरे नियंत्रण करने की योग्यता से ऊप्पर है। मैं आपका धन्यवादी हूँ की आप हाजिर होते हो मुझे दिलासा देने के लिए,रक्षा करने के लिए, दिशा दिखने के लिए और सामर्थ देने के लिए उन परिस्तिथियों का सामना करने के लिए सहास और ढाढ़स देते हो । क्युकी आप मेरे साथ हो ओ प्रेमी चरवाहे,मैं जनता हूँ की उस दिन तक जब तक मैं आपके साथ महिमा में सहभागिता न करू मेरे पास वह सब कुछ होगा जो मुझे एक विजयी जीवन जीने के लिए आवश्यक है। येशु के नाम से । अमिन।
My Prayer...
O Lord God, Father of all creation, I confess that my life and the circumstances in which I try to live it are beyond my ability to control. I thank you for being present to comfort, protect, guide, and empower me to face each situation with confidence and assurance. Because you are with me, O loving Shepherd, I know I will have all I need to live victoriously for you until the day I go to share with you in your glory. In Jesus' name. Amen.