आज के वचन पर आत्मचिंतन...

क्या आपको याद है कि यीशु ने तूफान के दौरान पानी पर चलकर अपने शिष्यों से क्या कहा था? उसने सचमुच उनसे कहा, "डरो मत, मैं हूँ।" परमेश्वर के पवित्र और अद्भुत पुत्र की उपस्थिति में, हमें डरने की ज़रूरत नहीं है। यीशु में हमारे प्रति परमेश्वर का अनुग्रह हमारे भय की आवश्यकता को दूर कर देता है क्योंकि यीशु का बलिदान हमें पवित्र, दोष रहित और हमारे विरुद्ध किसी भी आरोप से मुक्त बनाता है (कुलुस्सियों 1:21-22)। हमारी प्रतिक्रिया? प्रेम! हम अपने पिता से प्रेम करते हैं क्योंकि वह कौन है, उसने क्या किया है, हमारे लिए उसके महान बलिदान के लिए, और सबसे बढ़कर, हमें पवित्र बनाने और हमारा डर दूर करने के लिए।

Thoughts on Today's Verse...

Do you remember what Jesus said when he walked on the water, coming to his disciples through the storm? He told them, "Do not fear, I Am." In the presence of God's holy and all-powerful Son, we don't have to be afraid. Love has reached us and saved us in Jesus. God's grace for us in Jesus and our faith in Jesus have taken away our need for fear. Jesus' sacrifice has made us holy, without fault, and free from any charge against us (Colossians 1:21-22). Our response? Love! We love our Father for who he is, what he has done, and his great sacrifice for us. We also choose to love others as we have been loved because perfect love casts off all fear.

मेरी प्रार्थना...

प्रिय स्वर्गीय पिता, आप पवित्र, अद्भुत और गौरवशाली हैं। ये ऐसी चीजें हैं जो मैं आपकी कृपा के बिना कभी नहीं पा सकता, फिर भी आपने अपने पुत्र यीशु के बलिदान के माध्यम से मुझे ये आशीर्वाद देना चुना है। धन्यवाद। मुझे आपसे प्रेम है। यीशु के नाम पर मैं आपकी स्तुति करता हूँ।

My Prayer...

Dear Father in heaven, you are holy and glorious. These are things I could never be without your grace, yet you have chosen to give me these blessings through the sacrifice of your Jesus, your Son whom I love. Dear Father, I love you and in Jesus' name, I praise you. Amen.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

Today's Verse Illustrated


Inspirational illustration of 1 यूहन्ना 4:18

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