आज के वचन पर आत्मचिंतन...
आत्मा से परिपूर्ण होने के बारे में बाते करना एक विषय है;आत्मा के नियंत्रण और हमारे जीवन का निर्देशन एक अलग बात है.पौलूस हमें याद दिलाता है कि हमें बातो से ज्यादा कार्यो को अधिक करना चाहिए;पवित्र आत्मा हमारे निर्णयों का मार्गदर्शन करता है,हमें नैतिकता का निर्धारण करना चाहिये,और हमारे भाषण को नियंत्रित रखना चाहिये हैं।उसका फल —प्रेम,आनन्द,शांति,धैर्य,दया,भलाई,नम्रता,सच्चाई,और आत्म-नियंत्रण —साक्ष्य के रूप में होना चाहिए।पौलूस आत्मा से भरे हुए मसीहो से केहता है "एस तरह जियो"!
मेरी प्रार्थना...
पवित्र परमेश्वर,आपकी आत्मा के वरदान के लिये धन्यवाद,जो मुझेमें जिंनदा है.आपकी आत्मा मेरे विचारों में मार्गदर्शन देने के लिये और मेरी बातो में,और कार्यो में यीशु जैसा होने दे.यीशु के नाम से प्रार्थना करता हुँ.अमीन.