आज के वचन पर आत्मचिंतन...

हमारे पिता की स्तुति और धन्यवाद करो । वह न केवल हमारे पापो को क्षमा करता है ; वह पूर्ण रीती से हमसे हटा देता है !

Thoughts on Today's Verse...

Praise and thank God our Father. He doesn't just forgive our sins; he removes them from us completely!

मेरी प्रार्थना...

प्यारे और दयालु पिता और पवित्र परमेश्वर, धन्यवाद की अपने मुझे महान वरदान क्षमा का दिया है । अब प्रिय प्रभु मुझे सहायता करे की मै वह और तक पोहचा सकू । येशु के नाम से प्रार्थना करता हूँ । आमीन ।

My Prayer...

Loving and merciful Father and holy God, thank you for giving me the great gift of forgiveness. Now, dear Lord, please help me to pass it along to others. In Jesus' name I pray. Amen.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

Today's Verse Illustrated


Inspirational illustration of भजनसहिता १०३ :१२

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