आज के वचन पर आत्मचिंतन...

"अब सब आप पैर ही है !" यह प्रबल मानसिक्ता हमारी दुनिया के महत्वकांशी लोगो की है । परन्तु यह गलत है । किसी महान चीज के निर्माण और उसका भाग बनने की हमारी मेहनत अंततः व्यर्थ हो जाती है अगर प्रभु उन्हें अशिक्षित नहीं करते । कुछ समय के लिए तो वह हमारे अत्यंत मेहनत के निचे काम करते है, पर यदि महान चीजों की योजनाए और निर्माण प्रभु की और से न हो तो , वे परीक्षा में स्थिर नहीं खड़े हो पाएंगे ।

Thoughts on Today's Verse...

"It's all up to you!" That's the prevailing mindset for high achievers in our world. But it is wrong. Our efforts to build and be a part of something great are ultimately in vain if the Lord doesn't bless them. They may flourish for a time under our intense efforts, but if the plans and the construction of great things is not from the Lord, they will not stand the test of time.

मेरी प्रार्थना...

सर्वशक्तिमान परमेश्वर और अनंत पिता , मुझे क्षमा करे की सब कुछ मैंने अपने ही परिश्रम से और कठोर कार्य से कार्यगत करने की कोशिश करता रहा । आप मेरे कार्य को कही बेहतर रूप से अपने राज्य के लिए कर सकते है जितना मई अपने चिंताओं से चिड़चडेपन से भी कभी नहीं कर सकता । कृपया मेरे जीवन के हर पहलु में मेरी अगुवाई कर ; जो तेरी इच्छा के अनुरूप न हो उनमे मुझे हरा दे और उन्हें सामर्थ देना जिनसे तुझे महिमा मिले और जिससे दूसरे तेरे अनुग्रह के करीब आ सके । येशु के नाम से प्रार्थना करता हूँ । अमिन ।

My Prayer...

Almighty God and Eternal Father, forgive me for trying to make everything happen by my own efforts and relentless work. You can do far more to advance my work for your kingdom than all my worry and fretfulness could ever do. Please take the lead in every aspect of my life; defeat me in efforts not in harmony with your will and please empower those efforts which will bring you glory and others closer to your grace. In Jesus' name I pray. Amen.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

Today's Verse Illustrated


Inspirational illustration of भजन सहित १२७:१

टिप्पणियाँ