आज के वचन पर आत्मचिंतन...
परमेश्वर सब समाधान का परमेश्वर है (२ कुरु १ देखे )। फिर चाहे जब वह हमारे पापों और विद्रोह के प्रति कठोरता से व्यहवार करे ,वह हमारे भले के लिए है । वह केवल थोड़ी देर के लिए रहता है और फिर वह उत्सव के लिए रह बनाता है । अगर आप अनुशाशन के समय में है या अपने पापों के प्रति क्रूर परिणामो को झेल रहे है कृपया हार ना माने । सुबह आएगी और उस भोर के साथ परमेश्वर का अनुग्रह आएगा । यह इंतज़ार के मूल्य से बढ़कर है !
मेरी प्रार्थना...
पिता, कृपया अपने बच्चो को जो कठिनाईओ और परेशानी का सामना कर रहे है ।कृपया उनकी "इस रात" से गुजर ने में मददत कर, की जब तेरी भोर आये , वे उस बड़े आनंद का अनुभव कर सके जो आगे है । कृपया इन लोगो की मददत कर, प्रिय प्रभु , और उनको तेरे आनंद को खोजने में सहायता कर ....येशु के नामसे प्रार्थना करता हूँ । अमिन।