आज के वचन पर आत्मचिंतन...

'आप मेरे हो!मेरा धर्म और महिमा तुम्हारा है!आप पिता के अनन्त पुरस्कार में प्रवेश करो! अगर हम मसीह में हैं,तो हमारे पिता परमेश्वर के साथ हमारा स्वागत है, और हम दंड को सामना नाही करेंगे.उसकी आत्मा हुम्मे रहेता है.'उसकी कृपा ने हमें पाप और मृत्यु की शक्ति से मुक्त कर दिया है।उसकी बेटे ने हमारे पापों के लिए कीमत चुकाई है.हम परमेश्वर के बच्चे हैं!

Thoughts on Today's Verse...

Can't you imagine the day when we see Jesus and he says to you, "You are mine! My righteousness and glory are yours! Enter into your Father's eternal reward!"

If we are in Christ, we don't face judgment, only welcome, with God our Father! His Spirit lives in us. His grace has set us free from the power of sin and death. His Son has paid the price for our sins. We are the beloved children of God!

मेरी प्रार्थना...

हे प्रेमी और दयाळू परमेश्वर आपकी करूना और अनुग्रह के लिये आपको मे प्रसंसा करता हु.आपकी छुटकरा देने वाले प्रेम कभी नही खत्म होती है.आपकी दया अनंत है.तुम्हारा प्यार हर सुबह नया और ताजा है क्योंकि आपकी आत्मा मेरे जीवन को भर देती है और तुम्हारी उम्मीद मुझे एक और दिन का सामना करने के लिए पुनर्जीवित करती है. धन्यवाद!यीषु के नाम से मे आपकी प्रसंसा करता हु. अमीन.

My Prayer...

I praise you, loving and gracious Father, for your mercy and grace. Your steadfast and redeeming love never ceases. Your mercies are endless. Your love is new and fresh every morning as your Spirit fills my life and your hope revives me to face another day. Thank you! In Jesus' name I praise you. Amen.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

Today's Verse Illustrated


Inspirational illustration of रोमियो ८:1

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