आज के वचन पर आत्मचिंतन...
प्रेम आनंद है|और जो आनंद प्रेम में है वो, वास्तविक एवम सच्ची है इसलिए येशु के चेले होने के नाते हम न छल से, न जोड़ तोड़ कर या न बलपूर्वक सम्बन्ध स्थापित करते हैं वरन हम पारदर्शी, आत्मीय, और ईमानदारी के साथ सम्बन्ध स्थापित करे. क्यों? क्योकि सच्चा प्रेम हमेशा सच्चाई से आनंदित होता है|
Thoughts on Today's Verse...
Love does have its delights. One of those delights is in what is authentic, genuine, and true — TRUTH! So as Jesus' disciples, we are not deceitful, manipulative, or coercive in our relationships. Instead, we are transparent, intimate, and honest. Why? Because true love delights in truth.
मेरी प्रार्थना...
हे प्रभु, प्रेम और सच्चाई का परमेश्वर जैसे आप मेरे अन्दर पवित्र आत्मा के द्वारा प्रेम को भरते हैं उसी प्रकार कृपया मेरे प्रेम को शुध्ध करे जो बिना छल, जोड़ तोड़ वाला, या कपटी न हो वरन वास्तविक और सच्चा हो|येशु के नाम से प्राथना मांगता हूँ| आमीन!
My Prayer...
O Lord, God of love and truth, as you pour your love into my heart through your Holy Spirit, please refine my love to be genuine and true, without guile, manipulation, and deceit. In Jesus' name I pray. Amen.