आज के वचन पर आत्मचिंतन...

हमारे पास ऐसा क्या है जो हमें नहीं दिया गया? कुछ नहीं। यह या तो परमेश्वर की उदार कृपा, अप्रत्याशित आशीर्वाद, अनुशासनात्मक कठिनाई, संभावित अवसर या हमारे अच्छे स्वास्थ्य से आया। और जब हम न्याय के सिंहासन के सामने खड़े होंगे, तो अनुग्रह का हमारा दावा क्या होगा? केवल यीशु के माध्यम से हमें परमेश्वर के उदार और प्रेमपूर्ण उपहार। इस अनुग्रह ने हमें शुद्ध, पवित्र और संपूर्ण बनाया है! हमारे पास जो कुछ भी है, हासिल नहीं किया है या खरीदा है, वह हमें ऐसा दावा नहीं दे सकता है। केवल परमेश्वर की उदारता, अनुग्रह, दया और प्रेम ही हमारे लिए स्वर्ग के महानतम उपहार ला सकते हैं। जैसा कि प्रसिद्ध स्तुतिगान हमें गाने के लिए प्रेरित करती है, "परमेश्वर की स्तुति करो जिससे सभी आशिषें मिलती हैं!"

मेरी प्रार्थना...

प्रिय पिता, आपके अद्भुत और असाधारण आशीर्वाद के लिए हम आपको धन्यवाद देते हैं। जो कुछ भी हमारे पास है, जो कुछ हम हैं, और जो कुछ भी हम होने की आशा करते हैं वह सब आपकी दया और अनुग्रह के कारण ही अस्तित्व में है जो आपने हम पर लुटाया है। हम यीशु के नाम पर आपको धन्यवाद देते हैं। आमीन।

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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