आज के वचन पर आत्मचिंतन...

हम एक ऐसे युग में रहते हैं जब लोग कई रहस्यमय आस्थाओं की सामग्री को अपने छद्म-ईसाई धर्म के उबलते बर्तन में मिलाना चाहते हैं। अधिकांश लोग यह नहीं जानते कि पवित्रशास्त्र का मूल दावा सरल और स्पष्ट है। केवल परमेश्वर, सर्वशक्तिमान यहोवा ही वास्तव में परमेश्वर है। केवल एक सच्चे और जीवित परमेश्वर की ही पूजा की जानी चाहिए। इस अब्बा बाप पर ही भरोसा करना है। हाँ, अन्य आध्यात्मिक शक्तियाँ भी हैं, लेकिन ये शक्तियाँ निराशा, मृत्यु और विनाश की ओर ले जाती हैं। यीशु ने क्रूस पर हमारे लिए उन पर विजय प्राप्त की (कुलुस्सियों 2:13-15)। परमेश्वर, यहोवा, इसराइल के महान "मैं हूँ", सर्वशक्तिमान, यीशु के धर्मी पिता और उनका अनुसरण करने वाले सभी लोगों की तलाश करें। परमेश्वर को खोजो और जियो।

मेरी प्रार्थना...

सर्वशक्तिमान पिता और सर्वोच्च पवित्र महामहिम, हमारी भूमि में आपको सच्चाई में खोजने का जुनून फिर से जगाएं ताकि दुनिया आपकी कृपा को जान सके, ताकि लोग आपके चरित्र का सम्मान करें, और ताकि राष्ट्र आपकी शांति को जान सकें। यीशु के नाम पर मैं प्रार्थना करता हूँ। आमीन।

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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