आज के वचन पर आत्मचिंतन...
ईसाई संचार में लक्ष्य सिर्फ स्पष्टता नहीं है। लक्ष्य सिर्फ समझा नहीं जा सकता है। लक्ष्य सिर्फ सच्चाई नहीं है। लक्ष्य अन्य व्यक्ति की जरूरतों के आधार पर उचित, प्रोत्साहित करना और दूसरों का निर्माण करना है।
Thoughts on Today's Verse...
The goal in Christian communication is not just clarity. The goal is not just to be understood. The goal is not just to be truthful. The goal is to be appropriate, encouraging, and building up others based on what the needs of the other person are.
मेरी प्रार्थना...
निविदा शेफर्ड, मुझे एक दिल दें जो शुद्ध है ताकि मेरे शब्द शुद्ध हो जाएं। मुझे एक दिल दो जो दयालु है ताकि मेरे शब्द दयालु हो सकें। मुझे एक दिल दें जो खुशी और प्रोत्साहन से भरा है ताकि मैं उन लोगों के साथ साझा कर सकूं जो आप मेरे रास्ते में लाते हैं और जिनके साथ मैं वार्तालाप साझा करता हूं। यीशु के नाम में मैं प्रार्थना करता हूं। अमिन।
My Prayer...
Tender Shepherd, give me a heart that is pure so that my words may be pure. Give me a heart that is kind so that my words may be kind. Give me a heart that is full of joy and encouragement so that I may share these with those you bring to my path and with whom I share conversation. In Jesus' name I pray. Amen.