आज के वचन पर आत्मचिंतन...
प्रेम भावना या रवैया से बहुत अधिक है: प्रेम एक क्रिया है.जब हम प्यार करते हैं, तो हम इसे हमारे कर्मों द्वारा दिखाते हैं.यीशु के अनुयायी होने के नाते, हमारा प्यार यीशु के सिखाए गए कार्यों की आज्ञा मानने के द्वारा दिखाया जाता है।बेशक, कि आज्ञाकारिता एक अविश्वसनीय आशीश लाती है—यीशु उन लोगों के लिए खुद को दिखाया देता जो उसकी आज्ञा मानते हैं!
Thoughts on Today's Verse...
Love is much more than a feeling or an attitude: love is an action. When we love, we show it by our deeds. As disciples of Jesus, our love is shown by our obedience to the things Jesus taught. Of course, that obedience brings an incredible blessing — Jesus reveals himself to those that obey him!
मेरी प्रार्थना...
हे प्रभु,मेरे पिता, मेरे पापों के लिए मुझे क्षमा कर।बुराई का विरोध करने के लिए मुझे समर्थि बनाये.मेरे प्रभु और उद्धारकर्ता, यीशु की शिक्षा का पालन करने में मुझे खुशी मिलनेके लिए सहायता कीजिये. अमिन।
My Prayer...
Dear Lord, my Abba Father, please forgive me for my sins. Empower me to resist the Evil One. Help me find delight in obeying the teaching of my Lord and Savior, Jesus. In the name your Son I ask this. Amen.