आज के वचन पर आत्मचिंतन...
दुष्ट के हमलों में से परमेश्वर की जीत आती है और परमेश्वर के जनों के विजय गीत ।आओं अपनी ताकत और सुरक्षा अपने पवित्र परमेश्वर में खोजते है! आओं परमेश्वर को अपने छिपने का स्थान, अपनी सुरक्षा और संकट के समय अपनी आशा बनाये ।
Thoughts on Today's Verse...
Out of the attacks of evil come the victories of God and the victory chants of God's people. Let's find our strength and protection in our holy God! Let's make God our hiding place, our source of security, and our hope in times of trouble.
मेरी प्रार्थना...
पिता, आपकी शक्ति में और दुष्ट के हमलों से मुझे छुड़ाने की आपकी ताकत में मुझे जो आत्मविश्वास है उसके लिए धन्यवाद् । आप सारे महिमा, आदर, सामर्थ और स्तुति के योग्य है । आपके पुत्र और मेरे प्रभु येशु ख्रिस्त आपके छुटकारे के लिए मैं धन्यवाद् करता हूँ और आपके सामर्थ के लिए स्तुति करता हूँ । आमीन।
My Prayer...
Father, thank you for the confidence I have in your power and your might to deliver me from every attack of the evil one. You are worthy of all glory, honor, power, and praise. In the name of your Son and my Lord, Jesus Christ, I thank you for deliverance and praise you for your might. Amen.