आज के वचन पर आत्मचिंतन...
दुष्टता के विरुद्ध हमारे युद्ध में, हम परमेश्वर के आत्मिक हत्यारों का इस्तेमाल करते है जो हमे सत्य को जानने में और जो स्वतंत्रता सत्य द्वारा मिलती है वह हमे सक्षम करते है। शैतान का बड़ा औज़ार धोखा और मौत है। परमेश्वर का अनुग्रह हमे उस धोखे को देखने की इजाजत देता है और पुरुष और महिलाओं के मन पर जो उसकी झूठी पकड़ है उसको तबाह करता है। परमेश्वर की समर्थ ने मौत के सारे बंधन तोड़े हैं और हमे मसीह येशु में हमे विजयदी हैं । इस विजय यात्रा में हमारा कार्य? परमेश्वर की आज्ञा का पालन करना और दूसरों को भी ऐसा ही करने में मददत करना, परमेश्वर का अनुग्रह और समर्थ जो कुछ भी हमे हरा सकती है उसका सामना कर विजय पाने में मददत के लिए पर्याप्त है।
Thoughts on Today's Verse...
In our battle against evil, we use the spiritual weapons of God that enable us to know the truth and the freedom that the truth brings. The devil's greatest tools are deception and death. God's grace allow us to see through the deception and demolish its falsifying grip on the minds of men and women. God's power has broken through the barrier of death and given us victory in Jesus Christ. Our task in this victory march? To obey our Lord and help others to do the same, finding his grace and power sufficient to help us overcome all that we face that could defeat us.
मेरी प्रार्थना...
पिता, मुझे कृपया इस्तेमाल करे की शैतान की समर्थ और उसके प्रभाव को जिन्हे मैं प्रेम करता हूँ उन पर हैं हरा सकू । येशु के नाम से । आमीन।
My Prayer...
Father, please use me to defeat the power of the devil and his influence on the lives I love. In Jesus' name. Amen.