आज के वचन पर आत्मचिंतन...
"परमेश्वर में हम भरोसा रखते है ।" यह कथन अधिकतर यूनाइटेड स्टेट्स के धन राशियों पर लिखा हुआ होता है। यह एक बड़ियाँ यादगार है। आर्थिक माहौल बढ़ता चढ़ता है, हमेशा इस संसार में अस्थाईता के प्रति कमजोर हैं। केवल परमेश्वर ही हमारा शरणस्थान और गढ़ है हमारे जीवन के तूफानों में । वह अंनत है । उसकी चाहत है की हमे आशीष दे । उसने हमारा भरोसा कमाया है ।
मेरी प्रार्थना...
स्वर्गीय पिता, मैं आपका धन्यवाद् करता हूँ की मैं आपने जीवन के लिए आप पर भरोसा कर सकता हूँ। मुझे बना और इस्तेमाल कर जिस तरह मैं दूसरों को आशीष दे सकू। सुरक्षा और सामर्थ के आप मेरे स्रोत हो। कृपया अपनी उपस्तिथि को मेरे जीवन में ज्ञात कराएं रखिये । येशु के नाम से। आमीन।