आज के वचन पर आत्मचिंतन...

क्या आप उन लोगों के लिए किसी भी बड़े वायदे के बारे में सोच सकते हैं जो धार्मिक और न्यायी होना चाहते हैं? हम परमेश्वर को आमने सामने देखेंगे। क्या अद्धभुत आशीष है! क्या भविष्य है! क्या ही अद्धभुत पिता! तो आइए, उस दिन तक हमारे अब्बा पिता, यहोवा परमेश्वर को, सम्पूर्ण हृदय और आत्मा और मन और शक्ति के साथ खोजते रहें, क्योंकि हम उसे उसी रूप में देखेंगें, जैसा वह परमेश्वर के साथ अपनी सम्पूर्ण महिमा में आमने-सामने है (1 यूहन्ना 3: 1 -3)।

मेरी प्रार्थना...

प्रिय पिता, युगों के सर्वशक्तिमान राजा, आपके महान और अनमोल वायदों के लिए धन्यवाद। मैं वास्तव में उस दिन का इंतजार कर रहा हूं, जब मैं आपको आमने - सामने देखुँगा और आपकी उपस्थिति में शामिल होऊँगा | यीशु के नाम से | आमीन !

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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