आज के वचन पर आत्मचिंतन...

क्या ही शानदार आशीष का समय है, हम परमेश्वर को व्यक्तिगत रूप से जानेंगे। लेकिन सिर्फ हम ही नहीं, विश्वासयोग्य के विशाल सहगान ( कोरस ) आनंद का एक गीत गाएंगे क्योंकि वे परमेश्वर को जानते हैं। आइए उस दिन की आशा करें, और एक मन होकर परमेश्वर को ढूढें । आइए केवल परमेश्वर के बारे में एक तथ्यात्मक ज्ञान के लिए समझौता न करें, लेकिन वास्तव में उसके काम में सहभागी होने, उसके चरित्र को, और उसकी उपस्थिति हमारे जीवन में ढूढ़ने के द्वारा जानें |

Thoughts on Today's Verse...

What a glorious time of blessing! We will know God personally. But not just us, the vast chorus of the faithful will sing a song of joy because they know God. Let's anticipate that day and join our hearts together in pursuit of God. Let's not settle for merely a factual knowledge about God, but let's come to really know him by sharing in his work, by sharing in his character, and seeking his presence in our lives.

मेरी प्रार्थना...

प्रिय पिता, आज मेरे पास रहिये । कि मैं आपकी उपस्थिति से अवगत रहूं कि आज चाहे कुछ भी हो मुझे उससे कोई फर्क न पड़े । मैं चाहता हूं कि आप मेरे शाश्वत चरवाहे बनो, जो अपनी भेड़ों को देखता है और जिसे मैं अपने छुटकारा देने वाला, उद्धारकर्ता और मित्र के रूप में जानता हुँ । यीशु के नाम में मैं प्रार्थना करता हूँ। आमीन !

My Prayer...

Dear Father, please be near to me today. I need to be aware of your presence no matter what today brings. I want you to be my eternal Shepherd who watches out over his sheep and the one whom I know as my Redeemer, Savior, and Friend. In Jesus' name I pray. Amen.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

Today's Verse Illustrated


Inspirational illustration of यशायाह 11:9

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