आज के वचन पर आत्मचिंतन...

जब हम अपने लिए परमेश्वर की महान विजय की प्रतीक्षा करते हैं, तो हमें पूरी तरह से एहसास हो जाता है, तथा हमें यह भी जानने की आवश्यकता है कि हम युध्द में हैं। परमेश्वर, यीशु मसीह के माध्यम से इस लड़ाई को जीतेंगे। अंतिम परिणाम निश्चित है। मसीह ने पहले से ही निर्णायक युद्ध जीत लिया है। हालांकि, मूढ़ न बने; क्योंकि वह दुष्ट सब कुछ करेगा जो वह सभी लोगों को धोखा देने और खोए हुए को भ्रमित कर सकता है। अतः आइए हम परमेश्वर की योजना में बनें रहें - उसकी सच्चाई को जीवन जीते हुए, पवित्रशास्त्र में उसकी आवाज़ को सुनते हुए, और उसकी आत्मा के नेतृत्व का अनुशरण करते हुए।

मेरी प्रार्थना...

पवित्र यहोवा, कृपया मुझे सत्य को समझने और शैतान के छल-कपट का विरोध करने की क्षमता प्रदान करें। कृपया मुझे अपनी आत्मा द्वारा सशक्त करें क्योंकि मैं आपके लिए जयवंत की तरह जीना चाहता हुँ । यीशु के नाम में | आमीन !

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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