आज के वचन पर आत्मचिंतन...

नये साल में प्रवेश होकर देड़ सपताह हो चुका है। इस नये साल में आपके द्वारा किए गये बदलाव और निर्णय किस प्रकार है? उस से हार मत मानिये या त्यागिये..... भले ही कार्य पर बने रहना तक़्लीफ़दए हो,लेकिन, यह समर्ण रखे कि इस वर्ष के लिए केवल एक ही असल जरुरी प्रतिज्ञा जो हमे मानना है वह यह है कि हम प्रभु से पूछे कि वो हमे कहा भेजना चाहता है और हमसे क्या करवाना चाहता है, फिर हम वंही जायेंगे और उस कार्य को करेंगे।

Thoughts on Today's Verse...

We're now a week and a half into the new year. How are you doing with those changes, commitments, and resolutions you made for this year? Don't give up or quit on them, even if you're having trouble staying on track. Remember that only one commitment is essential for this year: Asking the Lord where he wants us to go and what he wants us to do, then we go there and do it. Let's ask the Lord to lead us by his Holy Spirit and establish our steps!

मेरी प्रार्थना...

पवित्र परमेश्वर,सर्वशक्तिमान प्रभु, हमारे पिता, आपके अध्भूतिय, पवित्र और सामर्थी होने के लिए धन्यवाद करता हूँ। मेरे लिए,मेरे जीवन के लिए,मेरे निर्णयों और कठिनायो मैं मेरा देखभाल करने के लिए धन्यवाद। कृपया आपके आत्मा से मुझे चलाये, ताकि मै आपके वचन को समझू और आपकी इच्छा को मेरे जीवन के लिए जानू। मैं चाहता हूँ की मेरे मार्गो को पूरी तौर से आप चलाये। येशु के नाम से में प्राथना करता हूँ। अमिन।

My Prayer...

Holy God, almighty Lord, my Abba Father, thank you for being wondrous, holy, and mighty. Thank you for tenderly caring about me, my life, my decisions, and my struggles. Please guide me by your Holy Spirit as I seek to understand your Scriptures and discern your will for my life. I want to have you fully establish my steps. In Jesus' name, I ask for this guidance. Amen.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

Today's Verse Illustrated


Inspirational illustration of नीतिवचन १६:९

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